बिटिया  देश को जगाकर सो गई 
युवाओं  ने भी ली है अब अंगड़ाई 
तय कर बैठे है की लड़ेंगे हक़ की लड़ाई 
मौत तेरी यह व्यर्थ अब न  जायेगी 
हुक्मरानों से जनता अब हिसाब मांगेगी 
सुधर जाओ समझ जाओ सत्ता के ठेकेदारों 
देख के यह हालात  देश अब उठ खड़ा है 
युवा देश का अब हालात से लड़ने लगा है  
बहुत सुन्दर प्रस्तुति..!
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (30-12-2012) के चर्चा मंच-1102 (बिटिया देश को जगाकर सो गई) पर भी की गई है!
सूचनार्थ!
शानदार अभिव्यक्ति,
ReplyDeleteजारी रहिये,
बधाई।
बढ़िया अभिव्यक्ति
ReplyDeleteनये साल पर कुछ बेहतरीन ग्रीटिंग आपके लिए