बेटा मेरा आज इक वर्ष और बड़ा हो गया
कल कि बात लग रही बहुत छोटा था
समय निकला कि बड़ा हो गया
वक्त मस्ती से निकला रोते हँसते खेलते
खेलते खेलते जूता उसका मेरे पाँव से बड़ा हो गया
वो आज २० का हो गया
बीस बसंत हँसते खेलते निकले
ऐसे हजारो बसंत और निकले
दिल की बस यही इच्छा
इश्वर से बस यही गुजारिश
हम करे पूरी इसकी हर ख्वाहिश
बस इक गुजारिश बेटे से भी
बनो इतने काबिल की
देश के लिए भी कुछ कर सको